जीबीएम कॉलेज में गौतम बुद्ध के मानवतावादी सिद्धांतों पर प्रकाश डालकर की गयी पूजा-अर्चना
जीबीएम कॉलेज में गौतम बुद्ध के मानवतावादी सिद्धांतों पर प्रकाश डालकर की गयी पूजा-अर्चना

गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में बुद्ध जयंती के सुअवसर पर गौतम बुद्ध के जीवन तथा दर्शन पर प्रकाश डालते हुए पूजा-अर्चना की गयी। महाविद्यालय की जन संपर्क अधिकारी-सह-अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. प्यारे माँझी की उपस्थिति में महाविद्यालय परिसर में अवस्थित महात्मा बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी। नया चीवर पहनाया गया। पंचशील के सिद्धांतों पर सविस्तार चर्चा हुई। "बुद्धं शरणं गच्छामि। धम्मं शरणं गच्छामि। संघं शरणं गच्छामि" की पावन धुन से पूरा कॉलेज प्रांगण गूंज उठा। समस्त महाविद्यालय परिवार को बुद्ध जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने महात्मा बुद्ध द्वारा बताये गये लोकोपयोगी मध्यम मार्ग के सिद्धांत पर अपने विचार रखे। कहा कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था। इसी दिन देवी सुजाता द्वारा प्रदान की गयी खीर ग्रहण करने के उपरांत 'बुद्धत्व' व 'संबोधि' की प्राप्ति हुई थी, एवं इसी दिन उन्हें उनकी इच्छा के अनुरूप महापरिनिर्वाण की भी प्राप्ति हुई थी। इसीलिए यह दिन महात्मा बुद्ध के भक्तों और अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
डॉ. रश्मि ने महात्मा बुद्ध को महामानव बताते हुए कहा कि संसार पर मंडराती हुई युद्ध जैसी गंभीर परिस्थितियों पर लगाम लगाने के लिए हर व्यक्ति को गौतम बुद्ध से प्रेरणा लेते हुए आत्मचिंतन, आत्म-मूल्यांकन तथा आत्म- परिमार्जन की अत्यंत आवश्यकता है। महात्मा बुद्ध के मानवतावादी सिद्धांत आतंकवाद को भी जड़ से उखाड़ फेंकने में सक्षम हैं, लेकिन उन सिद्धांतों को जानने, समझने तथा उनका अनुकरण करने की नितांत आवश्यकता है। आज संसार में शांति की परम आवश्यकता है। बुद्ध के सिद्धांत इस दिशा में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
डॉ प्यारे मांझी ने गौतम बुद्ध के "आत्म दीपो भवः" के सिद्धांत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा बुद्ध जातिप्रथा तथा भेदभाव के विरोधी थे। वे जीवहत्या तथा बलिप्रथा का भी विरोध किया था। उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है। इस अवसर पर रौशन कुमार और अभिषेक कुमार ने भी महात्मा बुद्ध के जीवन चरित पर अपने विचार रखे। कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ सहदेब बाउरी ने समस्त महाविद्यालय परिवार को बुद्ध जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं। इस अवसर पर अजय कुमार, रौशन कुमार, अभिषेक कुमार भोलू, महेन्द्र प्रताप सिंह, सुरेन्द्र प्रसाद, रंजीत कुमार, अजीत कुमार, मदन प्रसाद के अलावा कॉलेज की एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेविकाएँ एवं अन्य छात्राएं भी उपस्थित थीं।