फिर एक बेटी ने गंवाई अपनी जान……………….अफ़सोस
एक तरफ चारो ओर बेटी महोत्सव के आयोजन में सरकार अपनी ताकत झोंक रही है तो दूसरी तरफ मासूम बेटियां अपनी जान गँवा रही है। बेटियों की जान जाने की वजह तो जाँच के उपरांत ही पता चल पायेगा। लेकिन ये तो तय है की बगैर कोई परेशानी या मज़बूरी के कोई भी अपनी ज़िंदगी यूँही नहीं गंवाता।


झारखण्ड मे जहां सूबे की सरकार लोगों को एक तरफ प्रेरित करती है की बेटियों को बढ़ाना और पढ़ाना है वहीं आये दिन कही न कही किसी न किसी बेटियों के साथ कुछ न कुछ अनहोनी झारखण्ड मे देखने को मिल ही जाती है।
देशपत्र डेस्क // माण्डर :-माण्डर के मुरजुली सीमान में 16वर्षीय सुनिता किस्पोट्टा का शव सुबह करंज के पेड़ में फांसी पर लटका देखा गया .ग्रामीणों ने मांडर थाने में सूचना दी.फांसी पर लटके होने की खबर पाकर पड़ोस के कई गांव के हर आयु वर्ग के स्त्री पुरुष एवं बच्चे बच्चियां उक्त स्थान पर काफी संख्या में देखने पहुंची थी और सभी अपने अपने तरीके से इस घटना पर चर्चा कर रहे थे. घटना की सूचना पाकर थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह अपने दल के साथ पहुँच करंज के पेड़ से शव को उतारा. मृतिका के मोबाईल से उनके परिजनों को सूचित कर अन्य जानकारी ली गईं. उसकी पहचान सरगांव मुरजुली निवासी प्रभु किस्पोट्टा की 16वर्षीय पुत्री सुनिता किस्पोट्टा के रुप में होने के बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम में भेजने की जुट गई है .