एकलव्य मॉडल स्कूल में शिक्षक बहाली में गड़बड़ी मामले में अभ्यर्थियों का धरना, उपायुक्त से वार्ता रहा बेनतीजा

एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय अस्थाई शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में छत्तीसगढ़ ,उड़ीसा, बिहार के उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए जगह दी गई जबकि स्थानीयता को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है।

एकलव्य मॉडल स्कूल में शिक्षक बहाली में गड़बड़ी मामले में अभ्यर्थियों का धरना, उपायुक्त से वार्ता रहा बेनतीजा

चाईबासा : एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय अस्थाई शिक्षक नियुक्ति परीक्षा लिखने से कई छात्रों को वंचित किया गया। इसी को लेकर परीक्षा देने से वंचित छात्राओं ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया और उपाय कार्यालय के समक्ष जमीन पर बैठ गए और विरोध जताया, कई छात्र उपायुक्त से मिलने पहुंचे लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ । छात्रों ने कहा कि
सबसे हैरानी की बात यह है कि यह जिला स्तर का वेकैंसी है और छत्तीसगढ़ ,उड़ीसा, बिहार के उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए जगह दी गई जबकि स्थानीयता को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है।

उम्मीदवारों ने कहा है कि 
 1)सूची में प्रखंड का नाम जिक्र नहीं किया गया है। उम्मीदवारों का पता नहीं चल रहा है किन-किन प्रखंड से हैं।
2)उम्र को नजर अंदाज कर प्रतिशत को प्राथमिकता दिया गया है, जबकि आवेदन आमंत्रित सूचना में इस प्रकार का कहीं जिक्र नहीं है। 
 3)आवेदन आमंत्रित सूचना में नॉर्मलाइजेशन की बात कहीं पर भी जिक्र नहीं किया गया था।
4)पीजी/बीएड/सीटेट/जेटेट  कॉलम को एक ही में संयुक्त किया गया है जबकि ऐसा करने से पुराने उम्मीदवार पूरी तरह से छंटा गया है। 
 5) अनुभव का स्कोर कॉलम भी नहीं जोड़ा गया है। जबकि आवेदन में अनुभव मांगा गया था।
 6) इएमआरएस स्कूल बनाने के लिए स्थानीय लोग जमीन दान दिया है जबकि बदले में ना नौकरी में आरक्षण मिल रहा है और ना ही विद्यार्थी नामांकन में आरक्षण दिया जा रहा है। 
7) आदिवासी बहुल क्षेत्र में एसटी उम्मीदवारों की सूची में सबसे कम नाम होना आश्चर्यजनक है।
8) इएमआरएस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या अधिकतर हो/संथाल भाषा बोलने वाले हैं। इस दृष्टि से स्थानीय भाषा को भी ध्यान में रखकर सूची तैयार करना चाहिए। 
9)  अगर प्रतिशत को देखकर सूची बनाया गया है तो ज्ञान को भी एक बार देखा जाए। क्योंकि पहले की प्रतिशत और अभी का प्रतिशत में ज्ञान की दृष्टि से काफी ज्यादा अंतर है।