विश्व हिंदू परिषद की 61वीं वर्षगांठ पर गयाजी में भव्य कार्यक्रम आयोजित, विजेता बाल राधा व बाल कृष्ण को किया गया सम्मानित
विश्व हिंदू परिषद की 61वीं वर्षगांठ पर गयाजी में भव्य कार्यक्रम आयोजित, विजेता बाल राधा व बाल कृष्ण को किया गया सम्मानित

गयाजी। विश्व हिंदू परिषद की 61वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शहर के होटल मंत्रा के सभागार में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ क्षेत्रीय संगठन मंत्री आनंद कुमार, प्रांत उपाध्यक्ष डॉ. नंदकिशोर गुप्ता एवं महानगर अध्यक्ष केके त्रिपाठी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।मुख्य अतिथि आनंद कुमार ने अपने संबोधन में परिषद के मूल उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए कहा कि "हिंदवः सोदरा सर्वे" की भावना के साथ विश्व हिंदू परिषद की स्थापना श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन की गई थी। इसका उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना, गिरिवासी-वनवासी बंधु-भगिनियों की सेवा, वेद एवं संस्कृत के पुनरोदय सहित मंदिर, तीर्थ और धर्माचार्यों की गरिमा की पुनर्स्थापना करना है।
उन्होंने यह भी कहा कि परिषद का मंत्र है – "मम दीक्षा हिंदू रक्षा, मम मंत्र समानता", और इसी भावना के साथ समरस व अजेय हिंदू समाज का निर्माण करना परिषद का ध्येय है।
कार्यक्रम के दौरान नन्हे-मुन्ने बच्चों ने राधा-कृष्ण की भूमिका निभाकर अतिथियों का मन मोह लिया। "राधा-कृष्ण बनो" प्रतियोगिता में बच्चों ने बाल रूप में सजधज कर भाग लिया। विजेता बाल राधा व बाल कृष्ण को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर सह प्रांत गौरक्षा प्रमुख रविन्द्र राय, सह प्रांत परावर्तन प्रमुख, विभाग संगठन मंत्री सुरज प्रताप, विभाग संयोजक प्रकाश कुमार गुप्ता, महानगर उपाध्यक्ष शिवशरण, सहमंत्री विक्रम गुर्दा, मातृशक्ति प्रमुख मंजूषा वेशकियार, दुर्गावाहिनी प्रमुख सुनीता अग्रवाल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।कार्यक्रम ने एकता, संस्कृति और सेवा के भाव को पुनः जागृत किया और उपस्थित जनसमूह को परिषद के कार्यों से गहराई से जोड़ने का कार्य किया।