लाल किले के प्राचीर से नरेंद्र मोदी के गर्जना के मायने
अगर भारत एक है, तो दुनिया की कोई शक्ति भारत का बाल बांका भी नहीं कर सकती है : प्रधानमंत्री मोदी

स्वाधीनता दिवस पर लाल किले के प्राचीर से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित कर बताया कि 15 अगस्त स्वाधीनता दिवस 140 करोड़ देशवासियों के लिए एक महापर्व के समान है। उन्होंने इस ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से बारहवीं बार झंडोतोलन कर एक नया इतिहास रचने का भी काम किया है। उन्होंने देशवासियों को संबोधित कर देश की एकता और अखंडता के मायने को को भी बताने का काम किया है। उन्होंने यह संकेत दिया कि अगर भारत एक है, तो दुनिया की कोई शक्ति भारत का बाल बांका भी नहीं कर सकती है। उनके इस राजनीतिक और उद्देश्य पूर्ण भाषण पर गौर किया जाए तो उन्होंने देश की एकता और अखंडता को देश की सबसे बड़ी ताकत बताई। इसके साथ ही उन्होंने विश्व को यह भी बताने का प्रयास किया कि भारत अब विश्व गुरु की ओर कदम बढ़ा चुका है। यह देश अब एक विकसित भारत की ओर बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ता जा रहा है। भारत की सैन्य शक्ति अब दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सैन्य शक्ति के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल रही है ।
उन्होंने अपने संबोधन में पाकिस्तान को भी सावधान रहने का संकेत दिया है, जो भारत के विरुद्ध आतंकवादी कार्रवाइयों में लिप्त रहा है । उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सीमा पर बुरी दृष्टि रखने वालों के प्रति भारत पूरी शक्ति के साथ निपटने के लिए तैयार है । उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के ऑचित्य को देशवासियों के समक्ष रहकर रखकर आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई बताया। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आगे भारत के खिलाफ जो भी आतंकवादी कार्रवाई के लिए आगे आएगा, उसका भी हश्र इसी रूप में होगा ।
लाल किले के प्राचीन से उन्होंने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। इन घोषणाओं में विकसित भारत रोजगार योजना लागू की जा रही है। देश में टास्क फोर्स बनाने का फैसला भी लिया गया है। नेशनल डीप वाटर एक्सप्लोरेशन मिशन की शुरुआत की जा रही है। सुदर्शन चक्र मिशन लॉन्च करने की घोषणा की जा रही है। जीएसटी रिफॉर्म पर काम चल रहा है। जीएसटी रिफॉर्म करने की शीघ्र घोषणा की जाएगी । उन्होंने विकसित भारत रोजगार योजना को 15 अगस्त 2025 से लागू करने की घोषणा की है । उन्होंने कहा कि विकसित भारत रोजगार योजना आज से लागू हो गई है । इस योजना के जरिए करीब 3.5 करोड़ युवाओं को रोजगार दिया जाएगा । इसके लिए सरकार प्राइवेट कंपनियों को सब्सिडी भी देगी। प्राइवेट सेक्टर में पहली नौकरी करने वाले युवाओं को 15000 रूपए राशि भी दी जाएगी। इस घोषणा से देश में जो बेरोजगारी की समस्या दिन ब ही बढ़ती चली जा रही है, उसके निदान की दिशा में एक महत्वपूर्ण घोषणा है। इससे प्राइवेट सेक्टर कंपनियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा और उसमें नौकरी पाने वाले युवाओं को भी मिलेगा । निश्चित तौर पर विकसित भारत रोजगार योजना भारत के विकास के लिए एक बेहतर कदम होगा।
उन्होंने कहा कि नेक्स्ट जेनरेशन के लिए टास्क फोर्स बनाएंगे । सरकार ने ऐसी टास्क फोर्स बनाने का फैसला किया है, जो गवर्नेंस, टैक्सेशन और सार्वजनिक सेवा में वितरण में अगली पीढ़ी के सुधारो को लेकर काम करेगी। निश्चित तौर पर यह योजना देश के हित में होगा। इस योजना से आने वाली पीढ़ी को काफी इससे लाभ मिलेगा।
उन्होंने जीएसटी रिफॉर्म की घोषणा करते हुए कहा कि मैं दिवाली पर आपको डबल तोहफा दूंगा । उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जीएसटी दरों की समीक्षा करेगी। हम नई जनरेशन के लिए जीएसटी रिफॉर्म लेकर आ रहे हैं । जीएसटी दरों में भारी कमी की जाएगी। जीएसटी रिफॉर्म की घोषणा होने से देशवासियों को उम्मीद है कि जीएसटी टैक्सेशन में काफी कमी होगी। जिसका उपभोक्ता सामग्रियों की दरों में अनुकूल प्रभाव पड़ेगा । देशवासियों को सस्ते दर पर चीजें मिल पाएंगी । यह योजना देश के माध्यम और निम्न दर्जे के उपभोक्ताओं के लिए काफी लाभप्रद होगा।उन्होंने सुदर्शन चक्र मिशन लॉन्च करने की भी घोषणा की है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश के डिफेंस को मजबूत करने के लिए सुदर्शन चक्र मिशन लॉन्च करेगी । उनके अनुसार यह मिशन एक नया पावरफुल सिस्टम होगा और दुश्मन के हर चाल को नाकाम करेगा। उन्होंने बताया कि सुदर्शन चक्र मिशन सिस्टम का रिसर्च और डेवलपमेंट देश में ही होगा । देश के नागरिकों के ही तरफ से हो। निश्चित तौर पर सुदर्शन चक्र मिशन देश की सुरक्षा के लिए बहुत ही जरूरी है। जिस तरह बार-बार पड़ोसी मुल्क द्वारा भारत के विरुद्ध कारवाइयां की जाती रही हैं, ऐसे में सुदर्शन चक्र मिशन लागू होने से देश की सुरक्षा काफी मजबूत हो जाएगी। यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। उन्होंने इस घोषणा पर कहा कि देश के नागरिकों की सुरक्षा और इसके रिसर्च - डेवलपमेंट देश में ही होगा । यह कार्य भी देश के नागरिकों द्वारा किया जाएगा । निश्चित तौर पर इस कदम से भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने संकेत दिया कि आज की बदली वैश्विक परिस्थितिस्थि में जहां अमेरिका टैरिफ पर टैरिफ लगाने की घोषणा कर रहा है। वहीं लाल किले के प्राचीन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत और एक भारत बनने की घोषणा कर अमेरिका को भी अपरोक्ष रूप से समझाने का काम किया है । उन्होंने देश को पेट्रोलियम के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण घोषणा की है कि नेशनल डीप वॉटरएक्सप्लोरेशन मिशन की शीघ्र शुरुआत की जाएगी । इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डीप वॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन को शुरुआत की जा रही है। इस मिशन का लक्ष्य और उद्देश्य भारत के विशाल अप्रयुक्त अपतटीय तेल और गैस भंडार का दोहन करना है। इससे भारत तेल के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा।
उन्होंने उपरोक्त घोषणाओं के माध्यम से 140 करोड़ देशवासियों को पूरी शक्ति के साथ देश को आगे बढ़ाने का आह्वान किया है। उन्होंने देश के युवाओं को देश के विकास के साथ जुड़ने का भी आह्वान किया है । आज की बदली वैश्विक परिदृश्य में भारत की प्रगति जिस रफ्तार से आगे बढ़ती चली जा रही है, यह देश के लिए एक बेहतर सुअवसर है ।उन्होंने देशवासियों को यह भी संकेत दिया है कि अब भारत रुकने वाला नहीं है बल्कि भारत निरंतर आगे बढ़ता चला जाएगा । लाल किले के प्राचीर से नरेंद्र मोदी ने जिन संकल्पों को दोहराया है। अगर ये संकल्प जमीन पर उतर जाएं तो इसका लाभ देश के 140 करोड़ देशवासियों को ही मिलेगा। देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी । देश में रोजगार सृजन के दरवाजे खुल जाएंगे । भारत आत्मनिर्भर बन जाएगा। भारत का निर्यात भी बढ़ जाएगा। भारत एक श्रेष्ठ और बेहतर भारत के रूप में उभर कर सामने आएगा ।
नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की जिस अंदाज में चर्चा की और उसके औचित्य पर प्रकाश डाला, यह संकेत है कि ऑपरेशन सिंदूर पर प्रश्न उठाने वाले विपक्ष को मोदी की इस गर्जना से सीख लेनी चाहिए । ऑपरेशन सिंदूर विपक्ष के प्रश्न का मुद्दा नहीं होना चाहिए था बल्कि ऑपरेशन सिंदूर देश के शौर्य का प्रतीक है । लेकिन पिछले दिनों लोकसभा और राज्यसभा में जिस तरह ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बातें हुईं, यह कदापि उचित नहीं था। नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से देश के विपक्ष को उपरोक्त घोषणाओं के माध्यम से एक बड़ी बात कहने का काम किया है। उन्होंने 140 करोड़ देशवासियों के लिए यह स्वाधीनता दिवस महापर्व के रूप बताया। इसके पीछे भी उनका मकसद एक ही है कि भारत की एकता और अखंडता देश की असली ताकत है।